बेंगलुरु की रहने वाली फरहाना जी की उम्र 24 साल की है। फरहाना जी कंपनी में जॉब करती हैं। लेकिन उन्हें अपनी बीमारी के कारण जॉब से ब्रेक लेना पड़ा। फिलहाल वे अपने परिवार के साथ बेंगलुरु में रहती हैं। उनके परिवार में उनके माता-पिता, तीन बहनें और एक भाई रहता है। परिवार के साथ फरहाना जी काफी खुशी के साथ रहती हैं। फरहाना जी जब अपने घर से दूर किसी कंपनी में जॉब करती थीं तब उन्हें कफ की समस्या हो गयी। इस समस्या के कारण उन्हें ज्यादा कफ आना, खांसी होना, छाती में दर्द और कभी कभी तो उनके बलगम में खून भी आता था। अपनी इस समस्या से फरहाना जी को काफी परेशानियां होने लगी और वे जॉब छोड़कर घर आ गयी।
बलगम के साथ खून आना एक गंभीर समस्या है इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। बलगम के साथ खून आने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। ये लक्षण पेट या फेफड़े से जुड़े रोगों की तरफ संकेत करता है। लगातार खांसी आने के कारण सांस की नली के ऊपरी भाग पर दबाव पड़ता है और ब्लड वैसल्स फट जाने के कारण खून निकलने लगता है। अगर ज्यादा खून की निकलता है तो आपको तुरंत चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।
फरहाना जी को भी 24 साल की उम्र में यह समस्या हो गयी थी। इस समस्या के कारण उनके घरवाले भी परेशान रहने लगे। उन्होंने कई डॉक्टरों से अपना इलाज कराया। लेकिन इलाज के दौरान तो समस्या ठीक रहती जैसे ही इलाज को बंद किया जाता तो समस्या फिर से शुरु हो जाती।इन सारी समस्याओं के कारण उन्हें काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। उनकी समस्या को देखते हुए एक पड़ोसी ने उन्हें आयुर्वेद में विशेषज्ञ माननीय हकीम सुलेमान खान साहब के बारे में बताया। पड़ोसी ने बताया कि आप एक बार हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाकर देखें। शायद आपकी समस्या में आराम मिल सके। फरहाना जी ने ऐसा ही किया। उन्होंने सीधा हकीम जी को कॉल कर उनसे संपर्क किया। हकीम जी ने उन्हें MAJOON R. CARE के इस्तेमाल करने की सलाह दी। फरहाना जी ने ATIYA HERBS से MAJOON R. CARE ऑर्डर किया और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। शुरूआत में तो उन्हें हकीम जी पर यकीन नहीं हो रहा था कि शायद ही वे उनकी समस्या को ठीक कर सकें। लेकिन फिर उन्होंने टीवी पर हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा।
सेहत और जिंदगी देखने के बाद उन्हें लगा कि वे भी स्वस्थ हो सकती हैं। फरहाना जी ने हकीम जी द्वारा बताये गए निर्देशों द्वारा उनकी दवाई का सेवन शुरू कर दिया। फरहाना जी बताती हैं कि हकीम जी की यूनानी औषधि को इस्तेमाल करने के कुछ समय बाद ही उन्हें अपनी समस्या में फर्क महसूस होने लगा। उन्हें लगा कि हकीम जी की यह यूनानी औषधि उनकी समस्या के लिए कारगर है। उसके बाद उन्होंने लगातार MAJOON R. CARE का इस्तेमाल किया। जिसका परिणाम यह हुआ कि वे जल्दी ही स्वस्थ हो गयी। माजून आर. केयर के इस्तेमाल के बाद फरहाना जी काफी स्वस्थ और सेहतमंद हो गयीं। उन्हें हकीम जी के यूनानी इलाज पर पूरा भरोसा हो गया। खुद स्वस्थ होने के साथ-साथ वे अब दूसरों को भी हकीम जी के यूनानी नुस्खों को इस्तेमाल करने की सलाह दे रही हैं। उन्होंने हकीम जी का माजून आर. केयर के दो डिब्बे इस्तेमाल किये। अब उन्हें अपनी समस्या में काफी आराम हो चुका है। इस समस्या के साथ ही उन्हें हेयरफॉल और बढ़ते वजन के लिए भी हकीम जी की औषधि का इस्तेमाल कर रही हैं। फरहाना जी का कहना है कि उन्हें इस समस्या में भी काफी आराम है। फरहाना जी ने बताया कि उनकी बहन को लंग्स की समस्या थी। सभी डॉक्टरों ने उन्हें जवाब दे दिया था कि इनके दोनों लंग्स खराब हो चुके हैं। अब कोई रास्ता नहीं बचा है। लेकिन फरहाना जी ने हकीम जी को अपनी बहन की समस्या के बारे में बताया। हकीम जी ने उन्हें भी माजून आर. केयर इस्तेमाल करने की सलाह दी। आज फरहाना जी के साथ-साथ उनका पूरा परिवार हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपनाता है। फरहाना जी हकीम जी को अल्लाह का दूसरा रूप मानती हैं। और उनकी लंबी उम्र के लिए दुआएं मांगती हैं।
MAJOON R. CARE क्या है?
माजून आर-केयर श्वसन अंग संबंधी बीमारियों के लिए अतिया हर्ब्स द्वारा तैयार किया गया पेस्ट है। यह क्रॉनिक अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस, और क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी बीमारियों का इलाज करता है। यह एक तरह से श्वसन अंगों को मजबूत बनाता है। इसके अलावा इस दवा के प्रमुख तत्वों में ‘धूल से क्षतिग्रस्त’ फेफड़ों, सूजन और छाती में जमाव का इलाज करने का गुण है। इस प्रकार इसकी मदद से आप बिना किसी रुकावट के खुलकर सांस ले सकते हैं।