सांस फूलने की समस्या आजकल बहुत आम हो गयी है, फिर चाहे वो प्रदूषण, मोटापा, या व्यायाम आदि के कारण हो या फिर अन्य समस्याओं आदि के कारण। इन सारी चीजों में से एक न एक तकलीफ तो आजकल हर व्यक्ति को होती ही होती है, ऐसे में सांस फूलना काफी आम बात बन चुकी है। हालांकि, सांस तब फूलती है जब फेफड़ो तक पर्याप्त मात्रा में हवा नहीं पहुंच पाती है। कई बार तो स्थिति ऐसी हो जाती है कि आप सांस ले ही नहीं पाते है सांस की तकलीफ में राहत पाने के लिए अक्सर लोग दवाइयों पर निर्भर रहते हैं। लेकिन लखनऊ के डी. पी. रस्तौगी जी ने घरेलू नुस्खों से अपनी इस समस्या में राहत पाई। चलिए हम आपको रस्तौगी जी की परेशानी से लेकर आराम होने तक के बारें में पूरी जानकारी बताते हैं।
लखनऊ के डी. पी. रस्तौगी जी की उम्र 75 साल है। इस उम्र में आकर जहां लोग दूसरों पर निर्भर होना शुरू हो जाते हैं वहीं वे स्वस्थ और सेहतमंद जिंदगी बिता रहे हैं। रस्तौगी जी अपने परिवार में सबसे बड़े हैं। उनके परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे, पोते और उनकी बहुएँ हैं। उनकी तीन बेटियां भी हैं जिनकी उन्होंने शादी कर दी है। अपने परिवार के साथ रस्तौगी जी काफी खुशी के साथ रहते हैं। लेकिन कुछ समय पहले ही रस्तौगी जी शरीर से जुड़ी कुछ समस्याओं से घिर गये थे। दरअसल उन्हें सांस फूलने की समस्या हो गयी थी। छत पर जाना हो, घूमना हो या फिर धूप में बैठना हो इन सभी को करने में उनकी सांसे फूल जाती थीं। कभी-कभी ज्यादा बोलना भी उनके लिए समस्या का कारण बन जाता था। अपनी इस समस्या के कारण वे परेशान रहने लगे। जिसके बाद अपनी इस समस्या के बारे में उन्होंने अपने बेटे को बताया। और उनका बेटा अपने पिता के लिए सही उपचार की तलाश में लग गया। आखिर ऐसा कौन सा बेटा होगा जो अपने पिता का गलत उपचार कराना चाहेगा। बस उनका बेटा भी अपने पिता के लिए सही उपचार खोज रहा था जिससे कि उसके पिता बिना किसी समस्या के स्वस्थ हो सकें।
फिर एक दिन उनके बेटे को किसी ने बताया कि आप एक बार यूनानी के मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से उपचार करा कर देखें। उनके बेटे ने हकीम जी के बारे में जानकारी जुटानी शुरू कर दी। फिर उन्होंने टीवी पर हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी में उन्होंने देखा कि हकीम जी के घरेलू नुस्खों से काफी लोगों को फायदा हो रहा है। फिर उन्होंने भी अपने पिता के लिए हकीम जी के नुस्खों को अपनाने का सोचा। उन्होंने हकीम जी के शो में दिये हुए नंबर पर कॉल किया और अपने पिता की समस्या के बारे में सब कुछ बता दिया। हकीम जी ने उनके पिता की समस्या के लिए A. CARE के साथ कुछ और दवाई भी बता दीं। रस्तौगी जी के बेटे को अब हकीम जी और उनके यूनानी नुस्खों पर यकीन हो गया था।
उन्होंने ATIYA HERBS से हकीम जी द्वारा बताई हुईं सारी औषधियों को ऑर्डर किया और अपने पिता को दे दिया। उनके पिता ने हकीम जी के द्वारा बताए गए निर्देश के अनुसार उनका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। ए.केयर के इस्तेमाल के कुछ महीने बाद ही उन्हें अपनी समस्या मे आराम दिखाई देने लगा। अपने पिता की समस्या में आराम दिखाई देने के बाद उनका बेटा भी काफी खुश हुआ।
हकीम जी की यूनानी औषधि को अपनाकर रस्तौगी जी स्वस्थ हो गये थे। अब उन्हें ऐसी कोई समस्या नहीं थी। साथ ही वे भी हकीम जी का शो सेहत और जिंदगी देखते हैं। शो में हकीम जी जो भी घरेलू नुस्खे बताते हैं रस्तौगी जी उन्हें एक कॉपी में लिख लेते हैं और उन नुस्खों को घर पर ही बनाकर उनका इस्तेमाल करते हैं। रस्तौगी जी को अपनी समस्या में केवल 4 महीनों में आराम लग गया था। आज वे बेझिझक छत पर घूमते हैं और शाम को रोजाना टहलने जाते हैं। हकीम जी की यूनानी बूटियों को अपनाने के बाद उन्हें 90 प्रतिशत आराम हुआ है। अपनी समस्या में फायदा होने के बाद वे हकीम जी को काफी दुआएं देते हैं और उनके स्वस्थ व लंबी उम्र की कामना भी करते हैं। रस्तौगी जी चाहते हैं कि जिस प्रकार हकीम जी लोगों की सेवा कर रहे हैं आगे भी इसी प्रकार करते रहे। उनका स्वास्थ्य भी इसी प्रकार बना रहे।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
ए-केयर क्या है?
ए-केयर माननीय हकीम सुलेमान खान द्वारा तैयार की गई एक कुशल दवा है। हकीम सुलेमान खान की ए-केयर श्वास संबंधी सभी समस्याओं के लिए महत्वपूर्ण हैं। यदि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत नहीं है, तो यह उत्पाद बूस्टर के रूप में कार्य करता है और आपको कई संक्रामक बीमारियों से भी बचाता है। इसके अलावा, यह आपको अस्थमा, सीने में जकड़न, सांस की तकलीफ जैसी कई बीमारियों से भी बचा सकता है क्योंकि इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण मौजूद होते हैं।