समस्या किसी का घर देखकर नहीं आती। चाहे आप ऑफिस में रहकर काम करते हो या बाहर रहकर कोई भी काम ज्यादा देर तक एक तरीके से करने से शरीर में कोई ना कोई समस्या घऱ कर जाती है। कई लोग समय रहते खुद को दिखा लेते हैं लेकिन कई लोग ऐसा नहीं कर पाते। और फिर धीरे धीरे वही समस्या बढ़ती चली जाती है। आज हम बात करने जा रहे हैं दिनेश जी के बारे में जिन्हें कमर दर्द की तकलीफ थी। घऱ में कमाने वाले दिनेश जी अकेले हैं ऐसे में काम छोड़ अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देना उन्होंने जरूरी नहीं समझा। आइए जानते हैं कि कैसे एक लंबे समय बाद उन्हें कमर दर्द से राहत मिली।
दिनेश जी की उम्र 35 साल की है औऱ वे अपनी पत्नी औऱ 4 बच्चों के साथ लखनऊ के जलनिगम रोड बालागंज में रहते है। दिनेश जी लेबर का काम करते है वो आज से नहीं पिछले 20 सालों से ये काम कर रहे है जिसकी वजह से उन्हें कमर दर्द की परेशानी होने लगी। वे लंबे समय से ईंट उठाने का काम करते आ रहे हैं जिसकी वजह से वे पिछले ढाई साल से कमर दर्द की समस्या से जूझ रहे थे। दिनेश जी जब जब जितना काम करते थे उस हिसाब से उनको दर्द होता था। लेकिन उनके पास करने के लिए कोई और काम भी नहीं था। दर्द की वजह से वे काम छोड़ भी नहीं सकते थे वर्ना खाते क्या। पूरा परिवार दिनेश जी पर निर्भर था। जिसमें एक दिन की मजदूरी छोड़ना भी मुश्किल था। दिनेश जी बताते है कि दिन में काम करते वक्त तो इतनी तकलीफ नहीं होती थी लेकिन रात को जब सोने जाते थे तो उस वक्त बहुत दर्द होता था। दिनेश जी का कहना है कि काम नहीं करेंगे तो खाएंगे क्या। ऐसे में दिनेश जी ने खुद को प्राथमिकता नहीं दी। सालों के दर्द की समस्या के बीच उन्होंने कभी कोई दवाई नहीं ली। शायद वे खुद को उन दवाईयों की आदत लगवाना नहीं चाहते थे। क्योंकि पेनकिलर या बाकि आराम के लिए हम जिन दवाईयों का इस्तेमाल करते हैं उससे सिर्फ कुछ समय के लिए आराम मिलता है और ज्यादा सेवन से इन दवाईयों की आदत भी लग सकती है।
एक दिन दिनेश जी अपने बच्चों के साथ बैठे हुए थे तभी उनकी बेटी ने उन्हें यूट्यूब पर यूनानी के मशहूर हकीम सुलेमान खान साहब का चर्चित शो सेहत और जिंदगी दिखाया। अनजाने में ही सही लेकिन दिनेश जी की बेटी ने उन्हें सही रास्ता दिखा ही दिया। वहां से उन्होंने हकीम जी को देखना शुरू किया और उनका भऱोसा बनना शुरू हुआ वैसे तो वे दवाई क इस्तेमाल नहीं करते थे लेकिन घरेलू नुस्खे को देखते हुए उन्होंने सोचा कि एक बार इस्तेमाल करके देखते हैं। ये सब सोचते हुए उन्होंने अपनी बेटी की मदद से स्क्रीन पर दिखाए जा रहे नंबर पर कॉल किया और अपनी समस्या बताई। जिसे सुनने के बाद हकीम जी ने गोंद सियाह इस्तेमाल करने की सलाह दी। उन्होंने बिना कुछ ज्यादा सोचे अपने औऱ अपने परिवार के बारे में सोचते हुए ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगवा लिया। इसके साथ ही दिनेश जी ने हकीम जी के कहने पर हल्दी कैप्सूल और जैतून के सिरके का इस्तेमाल किया।
दिनेश जी को अभी यूनानी जड़ी बूटी का इस्तेमाल करते हुए 3 महीने ही हुए है लेकिन उन्हें काफी आराम मिलने लगा। दिनेश जी को ऐसा लगा नहीं था कि होगा लेकिन उन्हें जो फर्क पड़ा उससे वे हैरान हो गए जिसके बाद उन्होंने दोबारा गोंद सियाह मंगवाई औऱ अभी भी इसका सेवन कर रहे हैं। दिनेश जी वैसे तो काफी सरल व्यक्ति है लेकिन अपनी तकलीफ किसी को नहीं बताते। वे खुद बोलते हैं कि ऐसा कोई है ही नहीं जिससे कुछ बोले। दिनेश जी दिन में मजदूरी औऱ रात में अपने घऱ परिवार को संभालते हैं। उनकी देखभाल के लिए भी उनके पास सिर्फ अपना परिवार ही है जिसमें भी सभी बच्चे छोटे हैं। बता दें दिनेश जी को कमर दर्द के अलावा घुटने से भी कड़कड़ की आवाज आती थी जिसकी वजह से वे चिंता में भी रहने लगे थे। कि अगर उनकी तकलीफ आगे चलकर बढ़ने लगी तो घऱ परिवार कैसे संभलेगा। लेकिन जबसे उन्होंने हकीम जी के घरेलू नुस्खों व यूनानी जड़ी बूटियों को अपनाना शुरू किया है तब से वे काफी बेहतर महसूस कर रहे हैं साथ ही उनमें उम्मीद भी जगी है कि जल्द ही वे पहले जैसे अच्छे हो जाएंगे। जिसके लिए वे हकीम जी का धन्यवाद भी करते हैं औऱ चाहते है जैसे उनको राहत मिल रही है वैसे ही हकीम जी बाकी लोगो की मदद भी करते रहे।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।