उम्र बढ़ने के साथ-साथ घुटनों में होने वाला दर्द काफी तकलीफदेह होता चला जाता है, यह पीड़ित व्यक्ति का उठना बैठना भी मुश्किल कर देता है, ऐसे में लोग तरह तरह की दवाइयों का सेवन करते हैं और डॉक्टर को भी दिखाते हैं जिससे इस बीमारी से तत्काल आराम तो मिल जाता है लेकिन जोड़ों में दर्द और सूजन का जड़ से इलाज नहीं हो पाता है। कई बार तो उम्र बढ़ने के साथ-साथ जोड़ों की ग्रीस खत्म हो जाती है जिससे जोड़ आपस में टकराने लगते हैं और ये रोजमर्रा के कामों को भी प्रभावित करते हैं।
लखनऊ की रहने वाली भूपेंद्र कौर जी काफी मेहनती और दयालु स्वभाव की महिला हैं। उन्हें लोगों की मदद करना बहुत अच्छा लगता है। उनसे बात करते ही उनके स्वभाव का पता चलता है। भूपेंद्र कौर जी की उम्र करीब 63 साल की है और वे अपने परिवार के साथ बहुत ही खुशी के साथ रहती हैं। वे एक हाउसवाइफ है और उनके परिवार में उनके पति और एक बेटा रहता है। अपने परिवार और उनकी सेहत को लेकर भूपेंद्र कौर जी काफी सतर्क रहती हैं। लेकिन कहते हैं सब की देखभाल करने वाला अक्सर बीमार रहता है। भूपेंद्र कौर जी के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ। वे परिवार की सेहत पर ध्यान देते देते अपनी सेहत पर ध्यान ही नहीं दे पाई। जिसके कारण उन्हें घुटनों में दर्द की समस्या हो गयी। शुरूआत में वे पेन किलर लेकर खुद को आराम दे देती लेकिन जब दर्द बढ़ने लगा तो उनकी समस्या भी बढ़ने लगी। भूपेंद्र कौर जी ने बड़े डॉक्टरों से अपना इलाज कराना शुरू किया। इलाज के दौरान वे खाने पीने की भी काफी चीजों का ख्याल रखती थीं। लेकिन उनका यह इलाज ज्यादा दिन चल नहीं पाया।
दरअसल लगातार हेवी एमजी की दवाओं के सेवन से उन्हें किडनी की समस्या हो गयी थी। जिसके कारण उन्हें यह इलाज छोड़ना पड़ा। अब भूपेंद्र कौर जी अपने घुटनों के दर्द को लेकर काफी परेशान रहने लगीं। उन्हें समझ नहीं आ रहा था कि आखिर घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए क्या किया जाये। वो कहते हैं ना ऊपर वाला जब भी किसी को कुछ देता है तो समय से ही देता है। भूपेंद्र कौर जी का भी समय शायद आ ही गया था। उस समय उनकी मुलाकात यूनानी में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब से हुई।
एक दिन टीवी देखते हुए उन्होंने हकीम जी का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा। सेहत और जिंदगी में उन्होंने देखा कि लोग हकीम जी के घरेलू नुस्खे अपना रहे हैं और अपनी समस्याओं में राहत पा रहे हैं। भूपेंद्र कौर जी का भी हकीम जी की यूनानी औषधि अपनाने का मन हुआ। उन्होंने सीधा हकीम जी से संपर्क किया और अपनी समस्या के लिए हकीम जी से अपने लिए कारगर औषधि जाननी चाही। हकीम जी ने उनकी समस्या के लिए दर्द में सबसे कारगर औषधि गोंद सियाह को इस्तेमाल करने की सलाह दी। भूपेंद्र कौर जी ने भी बिना देरी किये ATIYA HERBS से गोंद सियाह मंगाया और इस्तेमाल करना शुरू कर दिया। गोंद सियाह के इस्तेमाल के कुछ समय बाद ही उन्हें अपने घुटनों के दर्द में काफी आराम होने लगा। जहां एक तरफ उन्हें चलने फिरने से लेकर उठने बैठने तक में समस्या होती थी वहीं अब वे बेफिक्र होकर अपने सारे घर का काम करती हैं। हकीम जी के गोंद सियाह से उन्हें 90 प्रतिशत आराम मिला है।
भूपेंद्र कौर जी हकीम जी के नुस्खे अपनाकर खुद तो स्वस्थ हुईं ही साथ ही अब वे लोगों को भी स्वस्थ कर रही हैं। सबसे पहले तो उन्होंने अपने बेटे के घुटनों के दर्द के लिए ही गोंद सियाह मंगाया। उनके बेटे को भी अपनी समस्या में काफी आराम है। अब वे लोगों को हकीम जी के यूनानी नुस्खों को अपनाने की सलाह देती हैं। उनका कहना है कि हकीम जी हमारे लिए भगवान बन कर आये हैं। उन्होंने अपने यूनानी नुस्खों से मेरे और मेरे बेटे के घुटनों के दर्द को ठीक कर दिया। हकीम जी के बात करने का तरीका और नुस्खा बताने का तरीका भूपेंद्र कौर जी को काफी पसंद आया।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।
आप भी असली गोंद सियाह मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 6120 5358
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5