घुटने में दर्द होना घुटनों की आम समस्या है जो अक्सर उम्रदराज व्यक्तियों में दिखाई पड़ती है। बहुत से लोगों में हड्डियों और जोड़ों के दर्द की समस्या देखी जाती है, जो कि काफी दर्द और तकलीफदेह हो सकता है। हड्डी और जोड़ों के दर्द की वजह से व्यक्ति को चलने-फिरने उठने बैठने या फिर काम करने में दिक्कत होती है। आमतौर पर हड्डी में दर्द, हड्डी के फ्रैक्चर होने, चोट लगने या बोन डेंसिटी के कारण होता है। लेकिन जोड़ों में दर्द के कई कारण हो सकते हैं। देखा जाए, तो हड्डियों का दर्द, जोड़ों के दर्द की तुलना में कम पाया जाता है। इनमें से कुछ समस्याओं के लिए सर्जरी की आवश्यकता होती है और कुछ समस्याएं दवाओं से ठीक हो जाती हैं। आज हम आपको एक ऐसी व्यक्ति के बारे में बताएंगे जो बहुत कम समय में हकीम जी के नुस्खों से खुद को स्वस्थ और सेहतमंद कर लिया।
अशोक जी दिल्ली के रहने वाले हैं। 86 वर्षीय अशोक जी अपने परिवार के साथ काफी खुश रहते थे । वह एयरफोर्स रिटायर्ड ऑफिसर हैं जो कि अब एक कंपनी में काम करते हैं। जिस उम्र में लोगों को केयर टेकर की जरूरत होती है, लोग अपनी हिम्मत हार जाते हैं उस उम्र में अशोक जी के अंदर एक अलग का हौसला भरा हुआ है, वह इस उम्र में भी सारे काम खुद करते हैं। जैसे कि हम इस बात से परिचित है कि एयरफोर्स की जीवनशैली एकदम अनुशासित होती है। वो हर काम समय के अनुसार करते हैं। इस उम्र में अशोक जी काफी फुर्तीले हैं। लेकिन वह अपनी समस्या को लेकर काफी परेशान रहते थे।
अशोक जी पिछले कुछ समय से घुटनों के दर्द से काफी तकलीफों का सामना कर रहे थे। उन्होंने अपनी समस्या के लिए अंग्रेजी दवाओं का सेवन भी किया लेकिन एलोपैथिक उपचार के बाद भी उनकी समस्या पूरे तरीके से ठीक नहीं हुई। वह अपनी इस समस्या से काफी परेशान रहने लगे। वो कहते हैं ना कि समय कितना भी बुरा क्यों ना हो पर एक ना एक दिन गुजर ही जाता है। शायद एयरफोर्स अशोक जी के भी बुरे दिन गुजरने ही वाले थे।
अशोक जी हर दिन की तरह एक दिन टीवी देख रहे थे। तभी उनकी नजर हकीम सुलेमान खान साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी पर गयी। जहां हकीम जी सबकी समस्या सुन रहे थे और उन्हें उनकी समस्याओं के अनुसार दवा बता रहे थे। पहले तो उन्हें यूनानी दवाओं पर विश्वास नहीं था कि यूनानी दवाओं के सेवन से उनकी ये समस्या कभी ठीक भी हो सकती हैं। लेकिन उन्होंने हकीम जी का प्रोग्राम देखकर और लोगों को मिलते आराम देख काफी प्रभावित हुए। उन्होंने ने भी हकीम जी से अपनी घुटनों की दर्द के लिए दवा पूछी। हकीम जी ने उन्हें घुटनों के दर्द के लिए गोंद सियाह बताई तो बिना किसी देरी के उन्होंने उस दवा को ATIYA HERBS से मंगवा लिया। जिसके इस्तेमाल करने के बाद से उनकी समस्याओं में तो सुधार हुआ ही उसके साथ उनकी दिनचर्या अब सामान्य तरीके से गुजरने लगी। जिसकी वजह से उनका जीवन फिर से एक बार तंदुरुस्त और स्वास्थ्य पूर्वक तरीके से बीतने लगा। अंग्रेजी दवाओं के दौर में यूनानी दवाओं पर विश्वास करना आसान नहीं है लेकिन हकीम जी के नुस्खे और अशोक जी के विश्वास ने उनको उनकी समस्याओं से राहत दिलाने में असरदार तरीके से काम किया। यह हम नहीं बल्कि खुद अशोक जी अपनी मुँहजुबानी बता रहे हैं।
आज भी अशोक जी सेहत और जिंदगी प्रोग्राम के जरिये हकीम साहब के घरेलू नुस्खों को अपनाते हैं। और वह अब अपने सभी रिलेटिव्स,मित्रों और अन्य जान पहचान के लोगों को भी यूनानी उपचार और घरेलू नुस्खों का इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित करते हैं। अशोक जी का कहना है कि यूनानी उपचार की सबसे अच्छी बात यह है कि इस उपचार के कोई साइड इफेक्ट्स नहीं है। एलोपैथिक उपचार के मुकाबले भले ही यूनानी दवा असर दिखाने में थोड़ी समय लेती है लेकिन समस्या में काफी राहत दिला सकती है।
अशोक जी अब अपने किसी भी परेशानी में हकीम सुलेमान खान साहब जी के द्वारा बताए गए नुस्खों का इस्तेमाल करके अपनी जिंदगी को कई अन्य समस्याओं से बचा रहे हैं। अब वह अपने आप को काफी स्वस्थ और सेहतमंद महसूस करते हैं जिसका सारा श्रेय वह यूनानी उपचार और हकीम जी के घरेलू नुस्खों को देते है। अशोक जी का कहना है कि हकीम साहब के कारण मैं अपनी सेहतमंद जिंदगी बिता रहा हूँ। मैं बहुत खुशकिस्मत हूँ कि मुझे हकीम साहब मिले, मेरे ठीक होने में उनका बहुत बड़ा योगदान हैं।
अशोक जी खुद तो स्वस्थ हुए ही अब लोगों को भी स्वस्थ कर रहे हैं । वह सभी को हकीम साहब के घरेलू नुस्खों का सेवन करने को कहते हैं। जिससे कई लोग ठीक भी हुए हैं। स्वस्थ हुए लोग हकीम साहब को अपना भगवान मानते हैं और अशोक जी को अपना सबसे अच्छा सलाहकार मानते हैं । अशोक जी कहते है कि जिस तरह उन्हें फायदा हुआ उसी तरह और लोगों को भी फायदा हो। और वह भी हकीम सुलेमान खान साहब के नुस्खे अपनाते रहें।
एक खास बातचीत में अशोक जी ने बताया है कि जिस तरह से हकीम जी मरीजों की बात सुनते हैं उसे जारी रखें उनके इस तरीके से लाखों लोगों को फायदा होने की उम्मीद रहती हैं। अशोक जी का कहना है कि हकीम जी लोगों की मर्ज सुनते है ,तकलीफ सुनते हैं और उन्हें उसके परेशानी के अनुसार दवा देते हैं।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
गोंद सियाह क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि गोंद सियाह कैसे मिलता है और यह देखने में कैसा होता है। यह पौधा तिन्दुक कुल एबीनेसी का सदस्या है। इसके कालस्कंध (संस्कृत) ग्राम, तेंदू। यह समस्त भारतवर्ष में पाया जाता है। यह एक मध्यप्राण का वृक्ष है जो अनेक शाखाओं प्रशाखाओं से युक्त होता है। गोंद सियाह, पेड़ के तने को चीरा लगाने पर जो तरल पदार्थ निकलता है वह सूखने पर काला और ठोस हो जाता है उसे गोंदिया कहते हैं, गोंद सियाह देखने में काले रंग का होता है। यह बहुत ही पौष्टिक होता है उसमें उस पेड़ के औषधीय गुण पाये जाते हैं। गोंद सियाह हमारे शरीर के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है जो हमारे जोड़ों के दर्द के साथ शरीर की कई बीमारियों को हम से दूर रखता है।
आप भी असली गोंद सियाह मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 6120 5357
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5