आज के समय में शुगर होना आम बात हो गई है। आजकल जिस तरह का लोगों का खान-पान और रहन – सहन हो गया है उसमें शुगर होना आम हो गई है। शुगर की समस्या आजकल न केवल अधिक उम्र के लोगों को बल्कि युवा और बच्चों को भी रही हैं। यह एक ऐसी समस्या है जो शरीर को धीरे- धीरे खोखला कर कमजोर कर देती हैं। एक बार यह समस्या होने पर जिंदगी भर इसका साथ रहता है। ब्लड शुगर बढ़ने से यह समस्या होती है और इंसुलिन भी सही तरीके से काम नहीं करता है। यानी इसमें कई तरह की समस्याओं से सामना भी होता है। आज हम आपको बताएंगे एक ऐसे व्यक्ति के बारे में जो घरेलू नुस्खों से खुद को स्वस्थ कर लिया।
दुबई के रहने वाले अबू बकर जी काफी दयालु स्वभाव के व्यक्ति हैं। उनकी उम्र 70 साल है। अबू बकर जी दुबई पुलिस में काम करते है। अबू जी का अपना एक बड़ा परिवार है जिसमें वह काफी खुशहाल जिंदगी बिता रहे हैं। दरअसल अबू जी के परिवार में उनकी पत्नी, बच्चे और बहुएं रहते हैं। अबू जी को लोगों की सेवा करना बहुत अच्छा लगता है। वो जितना हो सकता है दिन रात लोगों की सेवा में लगे रहते हैं। किसी भी व्यक्ति को कोई समस्या होती है अबू बकर जी सबसे आगे रहते हैं। लोगों की सेवा करते – करते अबू जी कब समस्याओं का सामना करने लगे उन्हें खुद पता नहीं चला। दरअसल अबू जी को शुगर की समस्या हो गई थी जिस कारण वह काफी उदास रहते थे। उन्होंने अपनी इस समस्या के लिए कई जगह उपचार भी करवायें लेकिन फिर भी कोई आराम नहीं मिला। अबू जी टीवी पर आयुर्वेद में मशहूर माननीय हकीम सुलेमान खान साहब का बहुचर्चित शो सेहत और जिंदगी देखा करते थे। वो एक साल पहले से हकीम जी से जुड़े हुए हैं। इतने साल हकीम जी से जुड़ने के बाद उनके मन में ख्याल आया कि क्यों ना एक बार हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपना लिया जायें। हकीम जी के नुस्खों को काफी लोग अपना रहे हैं और स्वस्थ भी हो रहे हैं। अबू जी ने सेहत और जिंदगी लगातार देखना शुरु कर दिया और जो फीडबैक लोग दे रहे थे उन पर भी ध्यान देना शुरु कर दिया। अबू जी को धीरे- धीरे हकीम जी के घरेलू नुस्खों पर यकीन होने लगा। उन्होंने हकीम जी की यूनानी बूटी अपनाने को सोचा। बिना देरी किये अबू जी ने अपनी शुगर की समस्या में हकीम जी की सबसे कारगर बूटी जैतून का सिरका ATIYA HERBS से ऑर्डर किया। जैतून के सिरके का इस्तेमाल कर अबू जी को अपनी समस्या में आराम मिल गया। अपनी समस्या में आराम मिलते देख अबू जी काफी खुश हो गये। और उन्होंने अपने रिश्तेदारों, दोस्तों और पड़ोसियों को हकीम जी के घरेलू नुस्खे के बारे में बताया। अबू जी का कहना है कि वह अपने परिवार की छोटी – छोटी परेशानियों में अस्पताल न भेज कर हकीम जी के नुस्खों का सेवन करने को देते है। कभी अस्पताल जाने की नौबत नहीं आती। वह हकीम जी के नुस्खों को सभी जगह बताते है। स्वस्थ हुए लोग हकीम जी को दुआएं देते हैं। अबू जी हकीम जी के अन्य दवाएं जैसे जामून गोंद, गोंद मोंरिगा का भी सेवन करते है। हकीम जी के जो घरेलू नुस्खे है वह परिवार और दोस्तों को भी देते हैं। ताकि और लोग भी हकीम जी के नुस्खों से खुद को स्वस्थ कर सके। अबू जी किसी भी एलोपैथिक दवाओं का सेवन नहीं किया। वह बचपन से यूनानी के बारे में जानते थे वो अपनी समस्या के लिए अच्छे यूनानी दवाओं की तलाश में थे और उनकी दवाओं का सेवन कर खुद को ठीक कर लिया।
एक खास बातचीत में अबू जी ने कहा व्यक्ति को ऑपरेशन करने की जगह या एलोपैथिक दवाओं का सेवन करने से पहले यूनानी उपचारों की तरफ जाना चाहिए लेकिन व्यक्ति अपनी छोटी सी भी परेशानी में एलोपैथिक दवाओं का सेवन कर लेते है। एलोपैथिक दवाईयां कुछ देर आराम तो जरुर देती है लेकिन इसके असर खत्म होते ही परेशानियां शुरु हो जाती है। एलोपैथिक दवाओं के कई तरह के साइड इफेक्ट हैं। हमें एलोपैथिक दवाओं के इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। अगर हम एलोपैथिक दवाओं का जगह यूनानी बूटियों का इस्तेमाल करते है तो इसके कोई साइड इफेक्ट नहीं है। यूनानी बूटियां अपनी असर दिखाने में थोड़ा वक्त तो जरूर लेती है लेकिन यह समस्याओं को जड़ से खत्म कर देती है। इसलिए हमें यूनानी दवाओं की तरफ बढ़ना चाहिए। हमें किसी भी समस्या में यूनानी उपचार का सहारा लेना चाहिए। अबू जी को जब यूनानी दवाओं के बारे में पता चला तो उन्होंने एलोपैथिक को साइड करके यूनानी दवाओं को अपनाया। 35 साल पुरानी समस्या में हकीम जी के घरेलू नुस्खों को अपनाकर अपनी समस्या दूर कर लिया। अब वह हकीम जी का नुस्खा लोगों को बनाकर देते हैं। अबू जी का कहना है हकीम जी किसी भी समस्या में हमेशा घरेलू नुस्खा बताते है ताकि कोई भी व्यक्ति कम पैसे में अपने आप को ठीक कर सके । अबू जी हकीम जी का काफी धन्यवाद करते है क्योंकि हकीम जी के नुस्खों से उन्हें सालों पुरानी समस्या में आराम मिल गयी। वो भगवान से उनकी अच्छी सेहत और लंबी आयु की प्रार्थना करते ताकि वो हमेशा स्वस्थ रहें और लोगों की ऐसी ही सेवा करते रहे।
यहाँ देखिये उन्होंने हकीम साहब को धन्यवाद करते हुए क्या कहा
जैतून का सिरका क्या है?
हकीम सुलेमान साहब का जैतून का सिरका विभिन्न रोगों जैसे मधुमेह नियंत्रण, पाचन, गैस्ट्रिक से संबंधित समस्या, लिवर से संबंधित समस्या, गुर्दे से संबंधित समस्या, उच्च रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल की समस्या के लिए एक आदर्श हर्बल उपचार है। हकीम साहब के अनुसार जैतून का सिरका शरीर को स्वस्थ बनाने के लिए काफी असरदार है। डायबिटीज के लिए यह सिरका फायदेमंद है। जैतून का सिरका पूर्ण रूप से आयुर्वेदिक है। इसके इस्तेमाल से किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। इसकी खुराक को हकीम साहब या हकीम साहब की कंपनी के डॉक्टरों द्वारा बताई गयी मात्रा में ही लेना चाहिए। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन इसकी काम करने की क्षमता को प्रभावित कर सकता है।
आप भी असली जैतून का सिरका मंगवाने के लिए इस नंबर पर कॉल कर सकते हैं।
011 6120 5357
- Clinic – The Herbals – Atiya Healthcare
- Address – 21B/6, Basement Near Liberty Cinema, New Rohtak Road, Karol Bagh, New Delhi-5